पुस्तक विमर्श
रविवार, 25 दिसंबर 2022
शबनम सी सहज भावनाओं का स्वर है तुहिना
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बहुत दिनों बाद एक ऐसा काव्य-संग्रह देखने-पढ़ने का अवसर मिला जिसकी न केवल रचनाएँ साहित्यिक हैं बल्कि उसका नाम भी साहित्यिक है. तुहिना , जी हा...
मंगलवार, 15 फ़रवरी 2022
नव-स्पंदन से परिपूर्ण पुरुष हृदय की अनुभूतियों का संसार
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दरवाज़ा खोलो बाबा! कविता की पंक्तियाँ अपने आपमें भाव का स्पष्ट प्रस्फुटन करती हैं. पराया कर देने जैसी मानसिकता के बराबर से अधिकारपूर्वक पुका...
शनिवार, 12 फ़रवरी 2022
संवेदना, विश्वास और सशक्तिकरण की त्रिवेणी
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तुम्हारी लंगी , शीर्षक देखते ही एक पल को दिमाग में जो चित्र उपजा था , वह चित्र इसी नाम की कहानी में देखने को मिला. शीर्षक देखकर उत्सुकतावश...
बुधवार, 9 फ़रवरी 2022
सामाजिक विसंगति के बीच मर्यादा का प्रेम बसंत है फरवरी नोट्स
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फरवरी नोट्स , शीर्षक देख कर ही कुछ अलग सा एहसास हुआ. पुस्तक पढ़ने के पहले यह एहसास कतई नहीं था कि यह किसी विवाहेतर प्रेमगाथा को अपने में समे...
मंगलवार, 17 नवंबर 2020
समाज के ताने-बाने का चित्र बनाती लघुकथाएँ
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साहित्य की विभिन्न समर्थ विधाओं में एक विधा लघुकथा की भी है. लघुकथा को ज्यादातर लोग कहानी का छोटा रूप समझ लेते हैं जबकि वास्तविकता में ऐसा न...
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बुधवार, 13 नवंबर 2019
रमकल्लो के जीवन की सरगम है उसके पत्रों में
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तकनीक से भरे दौर में चिट्ठी-पत्री की बात करना आश्चर्यजनक लग सकता है. इससे ज्यादा आश्चर्य की बात तो ये है कि कलम के द्वारा ग्रामीण संवेद...
2 टिप्पणियां:
सोमवार, 27 मई 2019
असामान्य से असाधारण होने की यात्रा है विटामिन ज़िन्दगी
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विटामिन ज़िन्दगी किसी एक व्यक्ति की कहानी मात्र नहीं वरन सन 1976 में जन्मे एक असामान्य बच्चे के असाधारण होकर राष्ट्रीय रोल मॉडल बनने की...
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